कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कोरोना संकट पर कहा कि अब समय आ गया है कि देश के कुछ शहरों में आंशिक और कुछ में पूरी तरह से लॉक डाउन के आदेश दे । पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से अलग राय रखते हुए चिदंबरम ने कहा कि सरकार की अब तक की कोशिशें संतोषजनक हैं। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन, आईसीएमआर और डॉक्टर देवी शेट्टी के आंकलन के आधार पर ऐसा लग रहा है कि कुछ और कड़े फैसले लिए जाने चाहिए। चिदंबरम ने कहा जब यह संख्या 100 के पार पहुंचेगी तो यह खतरा बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन को छोड़ दें तो पायेंगे इटली और स्पेन में नाटकीय ढ़ंग से तीसरे हफ्ते में पीड़ितों की संख्या बढ़ी। चिदंबरम ने कहा, मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ या ग्राउंड लेवल पर काम करने वाले किसी व्यक्ति से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करनी चाहिए। पीएम मोदी तभी जमीनी स्तर की जानकारी हासिल कर पाएंगे। इसके साथ ही पूरे देश के लिए एक प्रोटोकॉल हो। अगर जरूरत हो तो दो से चार हफ्तों के लिए देश के शहरों को बंद कर दिया जाए। कल को दुःखी होने से बेहतर है कि हम सुरक्षात्मक उपाय इस्तेमाल करें। क्या वह केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय से खुश हैं? चिदंबरम ने कहा केंद्र और राज्यों के बीच आधिकारिक स्तर पर अच्छा समन्वय है। बीते दिनों दक्षेस देशों (सार्क) के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग पर चिदंबरम ने कहा हो सकता है कि सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करने से कुछ फायदा हो लेकिन आज यह मुद्दा नहीं है। प्रधान मंत्री मुख्यमंत्रियों के साथ भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करें, तो इसका लाभ अवश्य मिलेगा।
चिदंबरम ने की केंद्र की तारीफ, कहा कोरोना से निपटने की तैयारी ठीक, अब लिए जाएं सख्त फैसले